*सम्यग् दर्शन* किताब में हमारी कमजोरियोंको उजागर करके जैसे आशंका करते है, संसारिक व्यस्तता का बहाना बनाते है, मोहराजा के जाल में फंस जाते है उसीको पहचानकर सवाल – जवाब के रूपमे हमे समाधान भी बताए है जो इस किताब का सकारात्मक पहलू है ।
*सम्यग् दर्शन* किताब में हमारी कमजोरियोंको उजागर करके जैसे आशंका करते है, संसारिक व्यस्तता का बहाना बनाते है, मोहराजा के जाल में फंस जाते है उसीको पहचानकर सवाल – जवाब के रूपमे हमे समाधान भी बताए है जो इस किताब का सकारात्मक पहलू है ।